फिर से से Rozana के बोल: यह बॉलीवुड गाना द्वारा गाया जाता है मोहित चौहान और तुलसी कुमार, रश्मि विराग द्वारा लिखे गए गीतों के साथ जीत गांगुली द्वारा रचित।
गायक: मोहित चौहान और तुलसी कुमार
गीत: रश्मि विराग
रचना: जीत गंगुली
मूवी/एल्बम: फ़िर से
लंबाई: 3:34
रिलीज: 2018
लेबल: टी-सीरीज़
Rozana Lyrics - फिर से
हममम ...।
ला ला ला ला... रोज़ाना...
तुम हो खबर ऐसी
पढता हूं जिसको मैं
अखबार के जैसे
रोज़ाना…
तेरे नाम से अक्सरी
पन्ने सजाता हूं
बिन बात बस यूंही..
रोज़ाना…
मेरा वक्त तुम बिन देखे न कटे
और देखो तो नज़रें ये न नफरत
तुम हो खबर ऐसी
पढती हूं जिसको मैं
अखबार के जैसे
रोज़ाना…
तेरे नाम से अक्सरी
पन्ने सजाति हूं
बिन बात बस युंही…
रोज़ाना…
तू मेरी आदत सा बंता जा रहा:
लोग कहते हैं मैं बिगदता जा रहा हूं
हो ख्वाब तेरे देखता हूं रात दिन
तू मेरी पालकों पे चलता जा रहा:
मुझे रंग तेरे बस पक्के लगते हैं
बाकी सब रिश्ते कच्चे लगते हैं...
तुम हो ग़ज़ल ऐसी
जैसे दिल से लिखता हूं
अपने ख्यालों में..
रोज़ाना…
तुम हो खबर ऐसी
पढता हूं जिसको मैं
अखबार के जैसे मैं..
रोज़ाना…
हम्म ...
हो गए जो मेरे वो हलात हो
ओढ़ना चाहन जिसे वो रात हो
जैसे कॉफ़ी की लत छूटे नहीं
बिन तेरे ये दिन मेरे नहीं...
तेरे दर्द भी मुझे मिलते हैं
और दुनिया के गम झूठे लगते हैं...
तुम हो सफर ऐसा
जिसपे निकलाता हूं
मैं जरूरत में अक्सर..
रोज़ाना..
तुम हो गुनाह ऐसा
जैसे जानने के मैं
बस कर ही देता है हूं
रोजाना