सफर गीत - नोटबुक: यह एकदम नया है बॉलीवुड गाना फिल्म "नोटबुक" से। स्टारर जहीर इकबाल और प्रनूतन बहल। इसे गाया जाता है मोहित चौहान, विशाल मिश्रा द्वारा रचित, और कौशल किशोर द्वारा लिखित।
गायक: मोहित चौहान
गीत: कौशल किशोर
रचना: विशाल मिश्रा
मूवी/एल्बम: नोटबुक
लंबाई: 3:31
रिलीज: 2019
लेबल: टी-सीरीज़
Safar Lyrics - Notebook
ओह बंदे ढूंढे है क्या
रही तेरी है घर तेरा
चलना वहा, जाना वहा
खुद तक कहीं कहीं जहां
कदम उठा और साथ में हो ले
शहर शहर ये तुझसे देखो बोले
तुकार तुकार यूं अपने नैना खोले
जिंदगी पेशाब ले जरा
बेहती हवा के जैसे हैं इरादे
उड़ते परिंदों से तलाशी हैं जो बातें
अंजनी राहों पे कोई... मैं चला
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
थोड़ा आगे बढ़ो
मैने जाना ये
सच है तो क्या है
उल्झे उल्झे सब देखाली
जिंदगी है ये क्या
मैं कौन हूं
मैने ये जाना
मुझे मिल ही गए सब जवाब
देखो ना हवा कानूनों में मेरे कहती क्या
बोलि वेख फरीदा मिट्टी खुल्लिक
मिट्टी उत्ते फरीदा मिट्टी धूलि
चार दिन दा जी ले मेला दुनिया
फिर जाने क्या...
बेहती हवा के जैसे हैं इरादे
उड़ते परिंदों से तलाशी हैं जो बातें
अंजनी राहों पे कोई... मैं चला
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
ये कैसा सफर है जो यूं डूबा रहा
जाता हूं कहीं मैं या लौट के आ रहा हूं
वो चेहरे वो आंखें
वो यादें पुराण
मुझे पुछती
ये नदिया का पानी भी कहता है
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
खोया नहीं, खोया नहीं
खोया खोया खोया नहीं
मैं सफर में हूं, खोया नहीं
गीत भुमरो गीत