सरसरिया लिरिक्स फ्रॉम मोहनजो दारो - 2016

By सुमैया अब्देला

सरसरिया गीत मोहनजोदड़ो से: यह बॉलीवुड गाना द्वारा गाया जाता है शाशा तिरुपति और वाट वाट वाट गायक शाश्वत सिंह, एआर रहमान द्वारा रचित और गीत जावेद अख्तर द्वारा संलग्न हैं। फिल्म में ऋतिक रोशन और पूजा हेगड़े हैं। मोहनजोदड़ो आशुतोष गोवारिकर की एक राशि की फिल्म हो सकती है।

गायक: शाशा तिरुपति,शाश्वत सिंह

गीत: जावेद अख्तर

रचना: एआर रहमान

मूवी/एल्बम: मोहन जोदड़ो

लंबाई: 3:01

रिलीज: 2016

लेबल: टी-सीरीज़

Sarsariya Lyrics . का स्क्रीनशॉट

सरसरिया गीत - मोहनजोदड़ो

ये सरस्वती हवा,
जाए चारों दिशा,
ऐसे ही मुक्त मन मेरा भी हो गया,

ये हवा,
सरसरिया,
सरसरिया,

क्यों न लहरके मैं भी,
दिशा दिशा नगर जौन,

खिलखिला सा जो,
मेरा ये मन है,
खिलखिला सा जो,
मेरा तु तन है,

जो रंग रंग है,
मेरे सपने,
सब रंग हाय,
लागे अपने,

जो रूट कोई चायी,
तो छा जाने दे,
जो आई अंगदाई,
तो आ जाने दे,

हवाएं जो बताएं,
वोही मान ले,
तू मन की सतरंगी है,
ये जान ले,

ये सरस्वती हवा,
जाए चारों दिशा,
ऐसे ही मुक्त मन मेरा भी हो गया,

ये हवा,
सरसरिया, सरसरिया,

क्यों न लहरके मैं भी,
दिशा दिशा नगर जौन,

लागे के अभी तू,
है अंजानी,
जगत में जितना,
भी है पानी,

है प्रेम उतना,
मेरे मन में,
तू ही तो बसी है,
मेरे जीवन में,

तेरी बानी मेरे मन में समाती तो है,
तेरी बात मुझे सपने दिखाई तो है,
तुझे जो देख बढ़ा ये धड़कन तो है,
हुई मीठी मीठी सी मन में उल्झन तो है,

ये सरस्वती हवा,
जाए चारों दिशा,
ऐसे ही मुक्त मन मेरा भी हो गया,

ये हवा,
सरसरिया,
सरसरिया,

क्यों न लहरके मैं भी,
दिशा दिशा नगर जौन,

सरसरिया।

मोहनजो दारो से सिंधु मा गीत - 2016

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