शिद्दत गीत स्वीटी वेड्स एनआरआई से हिमांश कोहली, जोया अफरोज अभिनीत। शिद्दत को राज आशू ने खूबसूरती से कंपोज किया है और यह बॉलीवुड गाना बहुत प्रतिभाशाली द्वारा गाया जाता है अरमान मलिक जबकि शिद्दत के बोल शकील आजमी ने लिखे हैं।
गायक: अरमान मलिक
गीत: शिद्दत
रचना: शकील आज़मी
मूवी/एल्बम: स्वीटी वेड्स एनआरआई
लंबाई: 2:35
रिलीज: 2017
लेबल: टी-सीरीज़
शिद्दत के बोल - स्वीटी वेड्स एनआरआई
जूड़ा नहीं तू
जुदा सा है तू
गायब है लापता है
लेख तू हर जगह है
शिद्दत से चाहता हूं
दुआ में मांगता हूं
रातों को जगता हूं
मैं तेरे ही लिए
आंखों से बह रहा हूं
बिन बोले कह रहा हूं
हर गम को सेह रहा हूं
मैं तेरे ही लिए
तुझ बिन अधुरा सा लगुन
खुदको आ तुझसे मुकाबला मैं करूं
चाहिए.. मुझे तू चाहिए
हां मुझे.. सिर्फ तू चाहिए
वो रात की दीवार हो
ये सुबह का उजला डार
इस पार से उस पार तक
मुझे आए तू नज़र
वो रात की दीवार हो
ये सुबह का उजला डार
इस पार से उस पार तक
मुझे आए तू नज़र
तू आसमान से ज़मीन तक
तू गुमान से है यकीन तक
तुझ बिन अधुरा सा लगुन
खुदको आ तुझसे मुकाबला मैं करूं
चाहिए.. मुझे तू चाहिए
हां मुझे.. सिर्फ तू चाहिए
शिद्दत से चाहता हूं
दुआ में मांगता हूं
रातों को जगता हूं
मैं तेरे ही लिए
आंखों से बह रहा हूं
बिन बोले कह रहा हूं
हर गम को सेह रहा हूं
मैं तेरे ही लिए
मैं जाम गया हूं बर्फ सा
मुझे छोड़े कर रहवां
इस जिस्म के सफर में है
कहीं रूह का निशान
मैं जाम गया हूं बर्फ सा
मुझे छोड़े कर रहवां
इस जिस्म के सफर में है
कहीं रूह का निशान
है प्यार में, तलाश में
उम्मीद में, तू ही आस में
तुझ बिन अधुरा सा लगुन
खुदको आ तुझसे मुकाबला मैं करूं
चाहिए.. मुझे तू चाहिए
हां मुझे.. सिर्फ तू चाहिए
शिद्दत से चाहता हूं
दुआ में मांगता हूं
रातों को जगता हूं
मैं तेरे ही लिए
आंखों से बह रहा हूं
बिन बोले कह रहा हूं
हर गम को सेह रहा हूं
मैं तेरे ही लिए