तेरी रज़ामंदी गीत - मिर्ज़ा जूलियट (2017)

By दामिनी दामिनी चौहान

तेरी रजामंदी के बोल मिर्जा जूलियट (2017) फिल्म से, यह बॉलीवुड गाना द्वारा गाया जाता है जावेद अली. गीत संदीप नाथ द्वारा लिखे गए हैं, जबकि संगीत कृष्ण सोलो द्वारा रचित है, जिसमें दर्शन कुमार, पिया बाजपेयी, प्रियांशु चटर्जी, चंदन रॉय सब्याल हैं।

गायक: जावेद अली

गीत: संदीप नाथ

संगीत: कृष्ण एकल

मूवी/एल्बम: मिर्ज़ा जूलियट

ट्रैक की लंबाई: 2:44

रिलीज: 2017

म्यूज़िक लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी

तेरी रजामंदी लिरिक्स का स्क्रीनशॉट

तेरी रज़ामंदी गीत - मिर्ज़ा जूलियट

आज उतरेगी आसमानों से दुआ,
तू फरियाद तो कर,
कौन रोके उसकी नायत को,
तो दिल से याद तो कर..

सहीं कर्म हमको तेरा सहारा है,
बिगादेन नशीबों को तूने सवारा है
सहीं कर्म हमको तेरा सहारा है,
बिगादेन नशीबों को तूने सवारा है
दिल ने दुआओं में तुझको पुकार है,
तेरे डर के दीवाने आए हैं,
झोली भरदे मुरादे लाए हैं..

दुनिया ने ठुक-राय है तूने ही अपना है,
अब तो कोई जलवा कर तू अली हमारा है।

ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
रजामंदी, रजामंदी, ऊह रजामंदी..

तू है ठिकाना खोई आरज़ू का,
टूटे दिल की है रज़ा,
तू है चारा रोहे रोशनी का,
जन्नतों की तू हवा..

तुझसे सांसों की महफ़िल है जीने की अदा,
तू ही जमी है और तू ही आसमा,
दुनिया ने ठुक-राय है तूने ही अपना है,
अब तो कोई जलवा कर तू अली हमारा है..

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ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
रजामंडी…
तुझसे फसाना मेरी जिंदगी का,
तू ही धड़कन में बसा,
कभी दोर आया कोई बेबाशी का,
दिल तुझको दी सजा,

तुझपे कुब कर्ता हूं मैं ये दोनो जहान,
तू मंजिल है मेरी तू ही आशिया,
दुनिया ने ठुक-राय है तूने ही अपना है,
अब तो कोई जलवा कर तू अली हमारा है।

ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
रजामंदी..

सहीं कर्म हमको तेरा सहारा है,
बिगादेन नशीबों को तूने सवारा है,
दिल ने दुआओं में तुझको पुकार है,
तेरे डर के दीवाने आए हैं,

झोली भरदे मुरादे लाए हैं,
दुनिया ने ठुक-राय है तूने ही अपना है,
अब तो कोई जलवा कर तू अली हमारा है..

ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी
ओ तेरी रजामंदी तो है बुलंदी, बुलंदी, बुलंदी

तेरी रजामंदी, तेरी रजामंदी, तेरी रजामंदी, तेरी रजामंदी...

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