RSI तू हर लम्हा गीत 'खामोशियां' से। इस बॉलीवुड गाना द्वारा गाया गया है अरिजीत सिंह. संगीत बॉबी-इमरान ने दिया है। तू हर लम्हा गीत सईद क़ादरी द्वारा लिखा गया है।
इसमें अली फजल, सपना पब्बी और गुरमीत चौधरी हैं।
गायक: अरिजीत सिंह
गीत: सईद क़ादरी
रचना: बॉबी-इमरान
मूवी/एल्बम: खामोशियां
लंबाई: 4:21
रिलीज: 2015
लेबल: SonyMusicIndiaVEVO
तू हर लम्हा Lyrics - Khamoshiyan
वक़िफ़ तो हुई
तेरे दिल की बात से
चिपाया जीसे
ट्यून कायनात से
वक़िफ़ तो हुई
तेरे उस ख्याल से
चिपाया जीसे
ट्यून अपने आप से
कहीं न कहीं
तेरी आंखें
तेरी बातें
पढ़ रहे हैं हम
कहीं न कहीं तेरे दिल में
धड़कनों में
ढाल रहे हैं हम
तू हर लम्हा..
था मुझसे जुदा..
चाहें दूर था मैं..
हां पास रहा..
उस दिन तुम
हां उदास रहे
तुझे जिस दिन हम
न देखे न मिले
उस दिन तू चुप चाप रहे
तुझे जिस दिन कुछ
ना कहे ना सुना
मैं हूं बन चुक्का
जीने के एक वजा
इस बात को
खुद से तू ना चुप..
तू हर लम्हा..
था मुझसे जुदा..
चाहें दूर था मैं..
या पास रहा..
लैब से भले
तू कुछ ना कहो
तेरे दिल में हम
तो आधार या रहे
सांसें तेरी इकरार करे
तेरा हाथ अगर
छोले पकरे
तेरी ख़्वाइशें
कर भी दे तू बयान
ये वक़्त है इनके इज़हार का..
तू हर लम्हा..
था मुझसे जुदा..
चाहें दूर था मैं..
या पास रहा..