तू कुजा मन कूजा गीत एल्बम कोक स्टूडियो से 9. यह पाकिस्तानी गाना रफाकत अली खान, शिराज उप्पल ने गाया है और स्ट्रिंग्स द्वारा रचित है। तू कुजा मन कुजा गीत मुजफ्फर वारसी द्वारा लिखे गए हैं।
गायक: रफाकत अली खान, शिराज उप्पल
गीत: मुजफ्फर वारसी
रचना: स्ट्रिंग्स
मूवी/एल्बम: कोक स्टूडियो
लंबाई: 8:50
रिलीज: 2016
लेबल: कोक स्टूडियो
तू कुजा मन कूजा Lyrics
तू कुजा मन कुजा
तू कुजा मन कूजा,
तू अमीर-ए हराम मैं फकीर-ए आजम
तू अमीर-ए हराम मैं फकीर-ए आजम
तेरे बंदूक और यह लैब मैं तालाब ही तालाब
तेरे बंदूक और यह लैब मैं तालाब ही तालाब
तू आता ही 'अता मैं खाता ही खाता'
तू कुजा मन कुजा
तू कुजा मन कुजा
तू कुजा मन कुजा
इल्हाम है जमात तेरा
क़ुरआन है इमाम तेरा
मिम्बर तेरा अर्श-ए-बरीन
या रहमत-उल-लिल आलमीन,
तू कुजा मन कुजा
तू कुजा मन कुजा
तू कुजा मन कुजा
तू कुजा मन कुजा
तू हकीकत है मैं
सिरफ एहसास हूं (x2),
तू समंदर मैं भटकिक
हुई प्यास हूं (x2),
मेरा घर खाक पर औरी
तेरी रहगुज़र (x2),
सिद्रत उल-मुंतहा
तू कुजा मन कुजा (x4)।
सा सा रे सा नी पा नी सा गा
मा गा मा रे सा रे नी सा
सा रे सा नी पा नी सा गा
मा गा मा रे सा रे नी सा
सा सा रे सा नी पा नी सा गा
मा गा मा रे सा रे नी सा
सा रे सा नी पा नी सा गा
मा गा मा रे सा रे नी सा
सा सा रे सा नी पा नी सा गा
संगीत
इसके लिए कोक स्टूडियो को बहुत-बहुत धन्यवाद
कमाल है शिराज उप्पल
शानदार रफाकत अली खान
मा गा मा रे सा रे नी सा
संगीत
इसके लिए धन्यवाद स्मूले
ऐ फरिश्तो वो सुल्तान-ए मेराज है,
ऐ फरिश्तो वो सुल्तान-ए मेराज है
तुम जो देखो गे बालों हो जाओगे,
तुम जो देखो गे बालों हो जाओगे
ज़ुल्फ़ तफ़सीर-ए वलैल बन जाएगी
चेहरा क़ुरान सारा नज़र आएगा
चेहरा नज़र आएगा।
चेहरा नज़र आयेगा
चेहरा नज़र आयेगा
चेहरा नज़र आयेगा
मेरे आका इमाम-ए सफ़-ए-अम्बिया,
मेरे आका इमाम-ए सफ़-ए-अम्बिया
नाम पे उनके लाज़िम है सल्ले अल
लाज़िम है सल्ले अल
लाज़िम है सल्ले अल
लाज़िम है सल्ले अल
लाज़िम है सल्ले अल
तू कुजा मन कुजा
मुस्तफा मुजतबा
खातिम उल-मुर्सलीन
या रहमत उल-लिल-आलमीन।
तू कुजा मन कुजा
तू कुजा मन कुजा।
खैर उल-बशर रुतबा तेरा,
खैर उल-बशर रुतबा तेरा
आवाज़-ए-हक़ ख़ुत्बा तेरा,
आवाज़-ए-हक़ ख़ुत्बा तेरा
आफ़ाक तेरे समान,
आफ़ाक तेरे समान
साईं जिब्रील-ए अमीन
साईं जिब्रील-ए अमीन
या रहमत उल-लिल-'आलमीन,
तू कुजा मन कुजा
तू कुजा मन कुजा
तू कुजा मन कुजा
तू कुजा मन कुजा
तू है अहराम-ए अनवर बंधे हुए,
तू है अहराम-ए अनवर बंधे हुए
मैं दूरों की दस्तर बंधे हुए,
मैं दूरों की दस्तर बंधे हुए
काबा-ए इश्क तू मैं तेरे चार सु
काबा-ए इश्क तू मैं तेरे चार सु
तू असर मैं दुआ
तू कुजा मन कूजा (लूप)।
गीत पसंद जट्ट दी गीत