टुक टुक लिरिक्स फ्रॉम सुल्तान - 2016

By डेबरा सी. हैमोंड

तुक तुक गीत सुल्तान से, यह बॉलीवुड गीत द्वारा गाया जाता है नूरान सिस्टर्स और विशाल ददलानी. इरशाद कामिल के लिखे शब्दों की धुन विशाल-शेखर ने बनाई है.

गायक: नूरान सिस्टर्स एंड विशाल डडलानी

गीत: इरशाद कामिल

रचना: शेखर रवजियानी और विशाल ददलानी

मूवी/एल्बम: सुलतान

लंबाई: 2:35

विमोचन: 2016

लेबल: वाईआरएफ

Tuk Tuk Lyrics . का स्क्रीनशॉट

तुक तुक गीत - सुल्तान

दूर दर्द, मिलन है मस्ती
दुनिया मुझे देख के हंसी
इश्क मेरा बदनाम हो गया
करके तेरी हुस्न परस्ती

कोई जोगी, कोई कलंदर
रहता है अपने में
कोई भुला हुआ सिकंदर
रहता है अपने में (एक बार दोहराएं)

हो..
सजके दिखाएंगे
हो..
हंस के बुलायेंगे
हो..
रज्ज के नाचेगी
टुक टुक टुक करती चलती
थारी मारी जिंदगी

रे बोले, रे बोले
ढोला ढोल धड़क धिन
धड़क धिन, धड़क धिन

रे टुक टुक टुक टुक करती चलती
मीठी ठिरी जिंदगी
रे बोले, रे बोले
ढोला ढोल धड़क धिन
धड़क धिन, धड़क धिन

अपनी मर्जी से बनती बिगडती,
बनी बिगडती, बनती बिगडती
धुआँ नहीं, अग नहीं
फिर भी है जलती
ओए होए, ओए होए, ओए होए, ओए...

अपनी ही मर्जी से बनती बिगडती
बनी बिगडती, बनती बिगडती
धुआँ नहीं, अग नहीं
फिर भी है जलती
ओए होए, ओए होए, ओए होए, ओए...

यह एक टेक डाउन है
तुम जोर से जमीन पर मारोगे
लेकिन जीवन आपको कठिन और धोबी पच्छाद मिलता है
प्यार करने वाली 'लड़ाई' दूर नहीं है
आप लड़ाई से प्यार कर सकते हैं लेकिन
आप अपने दिल से नहीं लड़ सकते

अपनी मर्जी से बनती बिगडती,
बन्ति बिगडती।।
धुआँ नहीं, अग नहीं
फिर भी है जलती
ओए होए, ओए होए, ओए होए, ओए होए...

** ग्राउंड स्टार्ट शेकिन '
माकिन लगता है कि आपको माकिन नहीं होना चाहिए
अपने कम्फर्ट जोन से बाहर कदम उठाएं
और आप अपनी अधिकांश लड़ाई अकेले लड़ने के लिए ठीक हैं

ओ तारे जैसी चल चल है
रेशम है या मलमल है
या फिर गहरी दलदल है
जिंदगी या रा रा रा…

दिन दिन घटती जाति है
फसल ये कटती जाति है
नज़र से हटती जाती है
जिंदगी या रा रा रा…

दिल समझे नहीं पटंदर
रहता है अपने में
बस बंता फिरे धुरंधर
रहता है अपने में (एक बार दोहराएं)

हो…

हो.. सजके दिखाएंगे
हो.. हंस के बुलाएंगे
हो.. रज्ज के नाचेगी
टुक टुक टुक करती चलती
थारी मारी जिंदगी
रे बोले, रे बोले ढोला ढोल धड़क धिन
धड़क धिन, धड़क धिन

रे टुक टुक टुक टुक करती चलती
मीठी थीरी जिंदगी
रे बोले, रे बोले ढोला ढोल धड़क धिन
धड़क धिन, धड़क धिन (एक बार दोहराएं)

गीत साची मुची लिरिक्स फ्रॉम सुल्तान - 2016

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