तुम कोन पिया ओएसटी गीत - राहत फतेह अली खान | शीर्षक गीत

By रमनसुख बबली

तुम कोन पिया ओएसटी Lyrics द्वारा गाए जाते हैं राहत फ़तेह अली खान। इस पाकिस्तानी गीत साहिर अली बग्गा द्वारा संगीतबद्ध किया गया है और गीत एसके द्वारा लिखे गए हैं। खालिश.

तुम कोन पिया के बोल: राहत फतेह अली खान ने इमरान अब्बास, आयज़ा खान अभिनीत एआरवाई डिजिटल पाकिस्तानी टीवी धारावाहिक के लिए गाना गाया है, जो एक सामाजिक-रोमांटिक कहानी के बारे में घूमते महा मलिक के उपन्यास पर आधारित एक पारिवारिक नाटक है।

यह मधुर गीत तुम कोन पिया टीवी नाटक का शीर्षक ट्रैक है जिसमें राहत फतेह अली खान की मनमोहक आवाज है।

गीत: तुम कोन पिया ओएसटी Lyrics

गायक: राहत फ़तेह अली खान

गीत: एसके. खालिश

संगीत: साहिर अली बग्गा

ट्रैक की लंबाई: 5:59

म्यूज़िक लेबल: ARY डिजिटल

तुम कोन पिया ओएसटी गीत का स्क्रीनशॉट - राहत फतेह अली खान

तुम कोन पिया गीत

बीच भवर में डाले ना

आर रही न पार गई

कुछ इश्क की मौज ले डूबी

कुछ हिज्र की अंधी मर गई

तुम जाने नहीं ये दर्द मेरा

या जान के भी अंजाने हो

तुम जाने नहीं ये दर्द मेरा

या जान के भी अंजाने हो

इक दोस्त ये लगे अपने हो तुम

इक पल ये लगे बेगाने हो

दिल ना या पहेली बुझ सका

तुम कोन पिया.. तुम कोन पिया

ये भेद तुम्ही अब खोलो ज़रा

तुम कोन पिया.. तुम कोन पिया

तुम कोन पिया.. तुम कोन पिया

बिन बोले जो तुम कहते हो

बिन बोले हाय वो सुनलुं मैं

आँखों में भरले तुमको

कुछ ख्वाब नये से बन लूं मैं (x2)

ना अपना आप दिखायी दे

जब देखूं खुदको दर्पण में

ये मैं हूं या फिर तुम ही हो

मन उलझा है इस उलझन में

मुझे अपने रंग ने रंग लिया

तुम कौन पिया.. तुम कौन पिया

ये भेद तुम्ही अब खोलो ज़रा

तुम कौन पिया.. तुम कौन पिया

तुम कोन पिया.. तुम कोन पिया

दिल से जुड़ा है ये दिल अपना

कहने को कोई रिश्ता ही नहीं

इस पाकीजा से बंधन को

दुनिया में कोई समझा ही नहीं (x2)

जब घाव लगे कोई तुमको

तो दर्द यहां भी होता है

जब नम्म हो तुम्हारी ये आँखें

तो दिल ये मेरा भी रोता है

तुमने भी मगर ये पूछ लिया

तुम कोन पिया.. तुम कोन पिया

ये भेद तुम ही अब खोलो ज़रा

तुम कोन पिया.. तुम कोन पिया

तुम कोन पिया...तुम कोन पिया

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