ज़बान जले है Lyrics डेढ़ इश्किया (2014) से गाया गया राहत फ़तेह अली खान। इस बॉलीवुड गीत विशाल भारद्वाज द्वारा संगीतबद्ध किया गया है और गीत गुलज़ार द्वारा लिखे गए हैं।
डेढ़ इश्किया फिल्म में अरशद वारसी, हुमा कुरेशी, माधुरी दीक्षित और नसीरुद्दीन शाह हैं। संचालन अभिषेक चौबे ने किया। डेढ़ इश्किया 10 जनवरी 2014 को रिलीज़ हुई थी।
गीत: ज़बान जले है Lyrics
गायक: राहत फ़तेह अली खान
गीत: गुलजार
संगीत: विशाल भारद्वाज
मूवी/एल्बम: डेढ़ इश्किया
ट्रैक की लंबाई: 5:35
म्यूज़िक लेबल: एन / ए
ज़बान जले है गीत
ना बोलूँ मैं तो कलेजा फूँके
ना बोलूँ मैं तो कलेजा फूँके
जो बोल दूं तो ज़बान जले है
सुलग ना जावे अगर सुने वो...
सुलग ना जावे अगर सुने वो
जो बात मेरी ज़बान तले है
ना बोलूँ मैं तो कलेजा फूँके
जो बोल दूं तो जुबान जले है..
(2x)
लगे तो फिर यूं के रोग लगे
ना सांस आवे, ना सांस जावे
ये इश्क है नामुराद ऐसा...
ये इश्क है नामुराद ऐसा
के जान लेवे तभी टाले हैं
(2x)
हमारी हालत पर कित्ता रोवे है
आसमान भी तू देख लीजो
के सुर्ख हो जावें उसकी आंखें
के सुर्ख हो जावें उसकी आंखें भी
जैसा जैसा ये दिन ढले है
ना बोलूँ मैं तो कलेजा फूँके
जो बोल दूं तो जबां जले हैं