जिंदगी ऐ जिंदगी गीत - राहत फतेह अली खान | मातृ

By गेल सी. कर्ली

जिंदगी ऐ जिंदगी के बोल "मातृ" से। जिंदगी ऐ जिंदगी के बोल गाए हैं राहत फ़तेह अली खान। इस बॉलीवुड गाना एसके खालिश द्वारा लिखित जिंदगी ऐ जिंदगी के गीतों के साथ फुजोन द्वारा संगीतबद्ध किया गया है। स्टार्स रवीना टंडन, अलीशा खान और गाने 2019 में रिलीज़ हुए थे।

गायक: राहत फ़तेह अली खान

गीत: एसके खालिश

रचना: फुजोन

मूवी/एल्बम: मातर

लंबाई: 2:06

रिलीज: 2017

लेबल: टी-सीरीज़

जिंदगी ऐ जिंदगी के बोल का स्क्रीनशॉट

जिंदगी ऐ जिंदगी गीत - मातृ

ब्यासर है
सारी आहें इल्तेजायें रे गण
ना कोई हमदर्द अपना ना कोई
मेहरबान…
ओ हम सुनाए किसको अपनी दास्ताने बेबसी,

जिंदगी ए जिंदगी -x4.

इक पल में जाने की ज़िल्मत
चल कैसी चल गई
लोरियां थी जो लबों पे
आहों में क्यों ढल गई।

क्यों आंसुओं में
बह गए वो
ख्वाब जो, आंखों में।

दिल की हर इक
आरजू भी, साथ दिल के जल गई।

ओ किस तरह झेले
कोई अब वक्त की ये संदिली।

बुझ गया हर एक मंज़र
चांद तारे खो गए,

ना वो आई
जो बनवार में
किनारे खो गए।

रास्ते से मिट गए
सारे ही कदमों के निशान।

मेरा हमसफ़र
खोया तो जैसे
सब सहारा खो गए।

हो मंजिलें भी अजनबी हैं
रहगुजर भी अजनबी।

जिंदगी ए जिंदगी -x4.

भटके हुए हैं राहों में
इंसान तेरे या रब्ब मेरे
इंसानियत भूले हैं ये
इंसान तेरे या रब्ब मेरे।

सब जान के अंजान है
बस नाम के इंसान हैं।

है बस से भी बद्तर हुए
इंसान तेरे या रब मेरे,

मेरे खुदा करम का अपना जलवा दिखा
तू सहारा दे
सूनाहोन डूबे दिलों की इल्तेजा
तू सहारा दे,

मेरे खुदा, मेरे खुदा
तू सहारा दे -x2।

गीत जिसे कहते प्यार है गीत - नूर (2017)

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