चित्त वे गीत उड़ता पंजाब से, यह बॉलीवुड गाना द्वारा गाया जाता है शाहिद माल्या, बाबू हाबी और भानु प्रताप. शाहिद कपूर, आलिया भट्ट, करीना कपूर और दिलजीत दोसांझ अभिनीत: अमित त्रिवेदी द्वारा रचित। गीत शैली द्वारा लिखे गए हैं।
गायक: शाहिद माल्या, बाबू हबीक और भानु प्रताप
गीत: शेली
संगीत: अमित त्रिवेदी
मूवी/एल्बम: Udta पंजाब
ट्रैक की लंबाई: 4:08
विमोचन: 2016
म्यूज़िक लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी
चित्त वे गीत - उड़ता पंजाब
देखो देखो..
देखो मैं हूं आमने
और तुस्सी हो सामने
बुराह, बुराह, बुराह
सब लगे दिल थामने
जिंदगी चुल है या
जियो-जियो स्पीड विच
आजादी लिप्ती मजा है
सारा वीड विच
चौदे में रहो हाई
कहे की कोई रोक-टोक
चू चा करे जो कोई
उसको दो औठे ही ठोक
चड्डी पहन के गाँव
या फ़िर गाँव नंगा
तू होता है कौन चूसे
चल तेरी मां दा गंगा
मैं जैसा भी हूं
कूल-कूल यार चंगा
पंगा न लेना मुझसे
मैं उड़ता पतंगा
मेरी आन शान
सुनामी मुख्य तूफान
हर देश मुख्य प्रशंसक
मुझे कहां मिले पंखा
मेरा गाना जब बाजे
पुलिस सी और चोर नाच
मुझे गाल न पिलाना
मैं हूं अंतर्यामी
तुम हरि गुन गाओ,
मैं हूं अदाशी हरामी
बूम!
ओह चित्त वे, चित्त वे
कैयान नू है खुश कीता वे
है मीठा वे, है मीठा वे
कुंडी नशे वाली खोल के देख
उड़ता पंजाब..
फकीरा वे, फकीरा वे
एहि तेरी सोहनी मीरा वे
फकीरा वे, फकीरा वे
बस नच नाल खिच के दे
उड़ता पंजाब, उड़ता पंजाब
उड़ता पंजाब...
लिता वे, लिता वे
जिस्ने वि एहनु लिता वे
चिस्ता वे, लिता वे
कुंडी नशे वाली खोल के दे
उड़ता पंजाब, उड़ता पंजाब
उड़ता पंजाब...
चित्त विदशी है पर बोले अब पंजाबी है
पूरे पंजाब में बस इसकी नवाबी है
आग है शोला ये अंगारों का लिबास है
नश नश में घुसा हुआ
हर दिल का ये खास है
हर दिल का ये खास है
हर दिल का ये खास है
खेत खलिहानों से या चुंगी नाकों राहों से
यारी है इसको बंदों के काले गुनाहों से
है वादियों में, शादियों में
मरघटों में ये..
रंग रेलियों में, कलियों में
आहतों में ये..
हदें और सरहदीन सारी पार कर गया
पहले मजा और फिर मजार कर गया
मौत का व्यापार, तालाब बार बार
है अकिलीज़ की वार आर या तो पार
छोरा चोरी हो या नार
मुंडा कुड़ी मुटियार
इसका पेहले बढ़े प्यार
फिर चिनक और बुखार
उड़ता पंजाब...