TE3N - 2016 से ग्रहण गीत

By औरिया ई. जोन्स

ग्रहण गीत 'TE3N' से, यह बॉलीवुड गाना विशाल ददलानी ने गाया है। अमिताभ बच्चन, विद्या बालन और नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी की विशेषता। रिभु दासगुप्ता द्वारा निर्देशित, संगीत क्लिंटन सेरेजो द्वारा रचित है। ग्रहण के बोल अमिताभ भट्टाचार्य ने लिखे हैं।

गायक: विशाल डडलानी

गीत: अमिताभ भट्टाचार्य

रचना: क्लिंटन सेरेजो

मूवी/एल्बम: टीई3एन

लंबाई: 2:00

विमोचन: 2016

लेबल: टी-सीरीज़

ग्रहण गीत का स्क्रीनशॉट

ग्रहण गीत - TE3N

खुशी के जलते सूरज को
सुकून के उजले गुंबज को
बुरी नज़रों का निगल गया ग्रहण

असर था उसकी साज़िश में
जो सैंयारों की गर्दिश में
जहर की तरह ठहर गया ग्रहण

खुशी के जलते सूरज को
सुकून के उजले गुंबज को
बुरी नज़रों का निगल गया ग्रहण

वो आफत ही कुछ ऐसी थी
के फितरत दीमक जैसी थी
जो तिल-तिल करके उतर गया ग्रहण

नजरों की आगे धुंध है
सब दरवाजा बंद हैं
झूठा लगे हर दिलासा
हांफ रही आवाज है
परदे के पीछे राज है
होता नहीं क्यों खुलासा

मुस्कुराहट सहमी है
ग़म की गेहमा ग़ेमी है
दुआएं सारी निकली के बेवफा
रात कट-ति करवात में
अंश छुपा के सिलवट में
सुबह की किरणें भी लगती हैं खफा
क़यामत भर के दामन में
किसी के घर के आंगन में
केहर की तरह उतर गया ग्रहण

नजरों की आगे धुंध है
सब दरवाजा बंद हैं
झूठा लगे हर दिलासा
हांफ रही आवाज है
परदे के पीछे राज है
होता नहीं क्यों खुलासा

गीत क्यूं रे गीत TE3N – 2016 से

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