यारा गीत – 1921 | ज़रीन खान

By फ़िकरा सामी

यारा गीत बॉलीवुड फिल्म 1921 से, ज़रीन खान, करण कुंद्रा की विशेषता। इस बॉलीवुड गाना अर्नब दत्ता ने गाया है।

गायक: अर्नब दत्ता

गीत: शकील आज़मी

रचना: हरीश सगने

मूवी/एल्बम: 1921

लंबाई: 5:34

रिलीज: 2018

लेबल: ज़ी म्यूजिक कंपनी

Yaara Lyrics . का स्क्रीनशॉट

यारा गीत – 1921

यारा तू मुझमें यूं बस
मुझसे में रही ना मेरी जगाही
फैला है तू मेरी रूह तक
मुझ में ही मैं जीने लगा

तू अब में है तू ही बाद में
तू ही रुबरू तू ही याद में
जितना था मैं तेरा हो गया
अपना भी मैं न रहा
यारा तू मुझ में यूं बस
मुझे राही ना मेरी जगाही
फैला है तू मेरी रूह तक
मुझे ही मैं जीने लगा

तू नींद भी है ख्वाब भी
है आंख में मेरी
तेरी ही आग जल रही
है राख में मेरी
हंसु तेरी खुशी में तेरे
घूम में रौनक मैं
तेरे ही साथ जागुन मैं
तुझ ही मैं सुन मैं

जीना मेरा मरना मेरा
तू ही तो है अब मेरा
तू जो नहीं कुछ भी नहीं
तू ही तो है सब मेरा
यारा तू मुझ में यूं बस
मुझसे में रही ना मेरी जगाही
फैला है तू मेरी रूह तक
मुझ में ही मैं जीने लगा

चले तू मेरी सांस में
सफर तेरा हूं मैं
तू छोडके ना जाना मुझे को
घर तेरा हूं मैं
रहेगा मेरे साथ मुज से
वादा कर ले तू
आज मुझसे प्यार थोडा
ज़्यादा कर ले तू

तेरे बिना क्या है मेरा
तू ही तो जहां है मेरा
मेरी ज़मीन मेरा याकीन
तू ही आसमान मेरा है
यारा तू मुझ में यूं बस
मुझसे में रही ना मेरी जगाही
फैला है तू मेरी रूह तक
मुझ में ही मैं जीने लगा

तू अब में है तू ही बाद में
तू ही रूबरू तू ही याद में
जितना था मैं तेरा हो गया
अपना भी मैं न रहा
यारा तू मुझ में यूं बस
मुझे राही ना मेरी जगाही
फैला है तू मेरी रूह तक
मुझे ही मैं जीने लगा

गीत कुछ इस्स तराह गीत - 1921 | अर्नब दत्ता

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